bihar board class 10 history chapter 2 notes | समाजवाद एवं साम्यवाद

bihar board class 10 history chapter 2 notes | समाजवाद एवं साम्यवाद अध्याय-2 | class 10th history chapter 2 notes pdf download In Hindi

 

bihar board class 10 history chapter 2 notes

अध्याय-2

समाजवाद एवं साम्यवाद

Class Notes for Bihar board

समाजवाद:-

समाजवाद का पहला प्रयोग 1827 में हुआ। इसका उद्देश्य है सामाजिक और आर्थिक समानता । समाजवादी का मानना है कि उत्पादन निजी लाभ के लिए न कर समस्त समाज के लिए हा । इसमें उत्पादन के साधना एवं पूँजी पर राज्य का नियंत्रण होता है।

समाजवाद:-

स्वप्नदर्शी समाजवाद / यूरोपियन समाजवाद या कार्ल मार्क्स के पहले का समाजवाद। साम्यवाद / वैज्ञानिक समाजवाद
• प्रमुख चिंतक सेंट साइमन, चार्ल्स फुरिए, लूई ब्लॉ राबर्ट ओवेन वर्ग समन्वय कीबात करते हैं।

• इंगलैंड में समाजवाद का जनक रावट ओबेन |

 

प्रतिपादक- चितक- कार्ल मार्क्स ( 1818 – 1883)

जन्म – तर्मनी में पिता हेनरिक

प्रभाव 1 जसो, मांटेस्क्यू, हीगेल का

• मार्क्स और एगेल्स ने मिलकर 18.8 में कम्यूनिस्ट मेनिफेस्टो प्रकाशित किया।

• पुस्तक: दास कैपिटल

• कथन श्रमिको को सिवाय उनकी बेडियों के,कुछ भी खोने के लिए नहीं है | दुनिया के अनिकों एक हो।”

• मान्यता – मानव इतिहास वर्ग संघर्ष का इतिहास है।

• इतिहास की आर्थिक व्याख्या की।

• ऐतिहासिक प्रक्रिया के अंत मे वर्गविहीन समाज की स्थापना होगी और राज्य विलुप्त हो जायेगा।

 

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मार्क्सवाद का प्रसार :-

  • लंदन ने 1864 में नार्क्स के प्रयास से प्रथम इटरनेशनल की स्थापना हुई। इस सम्मेलन में
  • नारा दिया गया- “अधिकार के बिना कर्तव्य नहीं और कर्तव्य के बिना अधिकार नहीं ।
  • द्वितीय अंतराष्ट्रीय सं- 1889 में पेरिस में इसी सम्मेलन में 1 मई को मजदूर दिवस घोषित किया गया।

रूस की क्रान्ति (दो क्रांतियाँ हुई)

1905 की क्रान्ति :- जारशाही का अंत नहीं हुआ ।

1917 की क्रान्ति :-

(क) फरवरी क्रान्ति (मेंशेविक क्रांति) परिणाम स्वरूप जारशाही का अंत हुआ।

(ख) अक्टूबर कान्ति / बोल्शेविक क्रान्ति परिणाम स्वरूप सत्ता बोल्शेविका के हाथों में आई ।

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1917 की बोल्शेविक कान्ति के कारण

राजनीति कारण

 

• निरंकुश एवं अत्याचारी शासन

• रूसीकरण की नीति

• राजनीतिक दलों का उदय

• नागरिक एवं राजनीतिक स्वतंत्रता का अभाव

• 1905 की क्रान्ति का प्रभाव (9 जनवरी खूनी रविवार / लाल रविवार)

• प्रथम विश्वयुद्ध में रूस की पराजय

• जार निकोलस (ii) और जारीना की भूमिका (कान्ति के समय जार निकोलस (ii) ही जार था। जारीना एक बदनाम पादरी रासपुतीन के प्रभाव में थी)।

समाजिक कारण • किसानों, मजदूरों की दयनीय स्थिति एवं उनका विद्रोह

• सुधार आन्दोलन

 

धार्मिक कारण • धार्मिक स्वतंत्रता की कमी
आर्थिक कारण • दुर्बल आर्थिक स्थिति

• औद्योगिकीकरण की समस्या

बौद्धिक कारण

 

• रूस में बौद्धिक जागरण

• वार एण्ड पीस टॉल्सटाय

• फादर्स एण्ड सन्स तुर्गनेव

• मौं- मैक्सिम गोर्की

 

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बोल्शेविक क्रान्ति का महत्व :-

विश्व की प्रथम सर्वहारा वर्ग की क्रान्ति-प्रथम साम्यवादी सरकार की रूस में स्थापना क्रान्ति के परिणाम :

रूस पर प्रभाव विश्व पर प्रभाव
• स्वेच्छाचारी जारशाही का अंत

• सर्वहारा वर्ग के अधिनायक की स्थापना

• नई प्रशासनिक व्यवस्था की स्थापना

• नई सामाजिक आर्थिक व्यवस्था

• धर्म निरपेक्ष राज्य की स्थापना

• रूसीकरण की नीति का परित्याग

 

• पूजीवादी राष्ट्रों में आर्थिक सुधार का

प्रयास

• सर्वहारा वर्ग के सम्मान में वृद्धि

• साम्यवादी सरकारों की स्थापना

• अन्तर्राष्ट्रवाद को प्रोत्साहन

• साम्राज्यवाद के पतन की प्रक्रिया तेज

• नया शक्ति संतुलन

 

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bihar board class 10 history chapter 2 notes | समाजवाद एवं साम्यवाद

लेनिन :-

पूरा नाम :- व्लादिमीर इवानोविच लेनिन,

जन्म :- 10 अप्रैल 1870 को सिमब्रस्क गाँव में बोल्शेविक क्रांति के प्रणेता ट्राटस्की के सहयोग से करेन्सकी की सरकार का तख्ता पलट दिया। करेन्सकी मेन्शेविक दल का नेता था। अप्रैल थीसिस में लेनिन के बोल्शेविक दल के उद्देश्य और कार्यक्रम निर्दिष्ट किए गए जिनमें भूमि, शान्ति और रोटी की व्यवस्था करना प्रमुख था।

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व्लादिमीर लेनिन के कार्य आन्तरिक व्यवस्था :-

  1. युद्ध की समाप्ति रूस और जर्मनी के बीच 1918 में ब्रेस्टलिटोव्स्क की सधि । 2 प्रति- कान्ति का दमन लेनिन ने चेका नानक पुलिस दस्ता का गठन किया।
  2. आर्थिक व्यवस्था नई आर्थिक नीति 1921 में लेनिन ने लागू की।
  3. सामाजिक सुधार 5. प्रशासनिक सुधार

6 नए संविधान का निर्माण- इसके अनुसार इस को रूसी सोशलिस्ट फेडरल

सोवियत रिपब्लिक’ घोषित किया गया। बाद में रूस सोवियत संघ बना

लेनिन की विदेश नीति :-
  1. गुप्त संधियों की समाप्ति
  2. राष्ट्रीयता का सिद्धान्त
  3. साम्राज्यवाद विरोधी नीति
  4. कॉमिण्टन की स्थापना (सभी देशों की साम्यवादी पार्टियों का एक संघ)

∗∗∗∗समाप्त∗∗∗∗

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