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bihar board class 9 history ch 8 pdf notes  krishi or khetihaar smaj solutions कृषि और खेतिहर समाज 

एग्रीकल्चर (कृषि) लैटिन भाषा के दो शब्दों ‘एग्रोस’ तथा ‘कल्चर’ से बना है। bihar board class 9 history ch 8 pdf notes  krishi or khetihaar smaj solutions for bihar police and bihar board students bihar board class 9 history chapter 8 pdf notes download  krishi or khetihaar smaj solutions bihar

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एग्रीकल्चर (कृषि) लैटिन भाषा के दो शब्दों ‘एग्रोस’ तथा ‘कल्चर’ से बना है। एग्रोस का अर्थ है ‘भूमि’ और ‘कल्चर’ अर्थ है ‘जुताई’। इस प्रकार कृषि (एग्रिकल्चर) का अर्थ ‘भूमि की जुताई’ से है। यद्यपि कृषि के अंतर्गत पशुपालन, वानिकी और मत्स्यन भी शामिल है।

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अर्थात खेत की जुताई को कृषि कह सकते हैं।

Notes-  कृषि के अंतर्गत कई विभाग या शाखा जो किसानों के द्वारा किए जाते है।

(i) Cattel Farming ( Cow Farming , etc )    ( गाय पालन )

(ii) Pisciculture ( Fish Farming )                 ( मत्स्य पालन )

(iii) Apiculture ( Beekeeping )                    ( मधुमक्खी पालन )

(iv) Sericulture                                             ( रेशम कीट पालन )

Etc………….

 

⇒ विश्व का 11%  कृषि योग्य भूमि भारत के पास मौजूद है।

⇒ भारत में 51% भूमि एक पर खेती की जाती है।

⇒ बिहार में 80% भूमि पर खेती की जाती है।

→ खेती की शुरुआत (Neolithic) नव पाषाणकाल से मानी जाति है

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कृषि की शुरूआत नव पाषाण काल में ही हुई थी, लेकिन सिन्धु घाटी संस्कृति विशेषकर कांस्य युग से कृषि में नियोजित विकास देखने को मिलता है।

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वस्तुनिष्ठ प्रश्न-

  1. वलहन फसल वाले पौधे की जड़ की गाँठ में पाया जाता है।

उत्तर – (क) नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु

 

  1. शाही लीची बिहार में मुख्यतः होता है।

उत्तर – (ग) मुजफ्फरपुर

 

  1. रबी फसल बोया जाता है।

उत्तर – (ग) नवम्बर

 

  1. केला बिहार में मुख्यतः होता है।

उत्तर – (ख) हाजीपुर

 

  1. चावल, बिहार के किस जिले में सबसे ज्यादा उत्पादन करता है।

उत्तर – (ख) रोहतास

 

  1. गरमा फसल किस ऋतु में होता है।

उत्तर – (क) ग्रीष्म ऋतु

 

  1. रेशेदार फसल को चुनें-

उत्तर – (घ) कपास

 

  1. अगहनी फसल को चुनें-

उत्तर – (क) चावल

 

  1. सिन्धु सभ्यता के किस क्षेत्र में मिल जौ उत्तम किस्म का है?

उत्तर – बनावली

 

  1. मोसोपोटामिया सभ्यता में लोगों को मजदूरी के बदले क्या दिया जाता था?

उत्तर- जौ

 

  1. सबसे पहले कपास पैदा करने का श्रेय किस सभ्यता के लोगों को जाता है।

उत्तर – सिन्धु घाटी सभ्यता

 

  1. कृषि की शुरुआत किस काल से मानी जाती है।

उत्तर – नव पाषाण काल

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  1. भारत में मुख्यत: कितने प्रकार की कृषि होती है।

उत्तर – पाँच

 

  1. भारत की कुल भूमि का की कितना प्रतिशत भाग कृषि योग्य है।

उत्तर –  51%

  1. भारत के कृल राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान कितना है।

उत्तर – 35%

 

  1. बिहार की कृषि किस प्रकार की कृषि है।

उत्तर-  गहन निर्वाहक

 

  1. एक वर्ष में बिहार में कितनी फलसें बोई या काही जाती है?

उत्तर – चार

 

  1. गहन खेती का क्या तात्पर्य है।

उत्तर – एक ही खेत में अधिक फसल लगाना,

 

  1. उपयुक्त शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ती करें

 

  1. कपास एक ……………….. फसल है।

उत्तर – रेशेदार

 

  1. मक्का ………………… फसल है।

उत्तर – खरीफ

 

  1. भारत एक …………….. प्रधान देश है।

उत्तर – कृषि

 

  1. भारत की ……………… तिहाई जनसंख्या कृषि पर निर्भर है।

उत्तर – दो

 

  1. एग्रिकल्चर लैटिन भाषा के दो शब्दों ……………… तथा ……………… से बना है।

उत्तर – एग्रोस , कल्चर

 

  1. चावल सर्वाधिक …………….. जिला में उत्पादन होता है।

उत्तर – रोहतास

 

  1. बिहार की कृषि गहन निर्वाहक प्रकार की है, जिसके अन्तर्गत वर्ष में ………………… फसलें बोयी या काटी जाती है।

उत्तर – 4

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  1. चावल के लिए ………………….. जलवायु की आवश्यकता है।

उत्तर – गर्म और आर्द्र जलवायु

 

  1. गेहूँ के लिए ………………. मिट्टी चाहिए।

उत्तर –  हल्की दोमट

 

  1. मकई के लिए ……………………. जलवायु की आवश्यकता है।

उत्तर –  गर्म एवं आद

 

  1. लघु उत्तरीय प्रश्न :

 

  1. भारत में मुख्यत: कितने प्रकार की कृषि होती है? Bharat me mukhyatah kitne prakar ki krishi hoti hai ?

उत्तर – भारत में मुख्यतः पाँच प्रकार की कृषि होती है।

(i) झूम की खेती

(ii) पारम्परिक खेती

(iii) गहन खेती

(iv) मिश्रित खेती

(V) रोपण या बागानी खेती

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  1. रबी फसल और खरीफ फसल में क्या अन्तर है?

उत्तर –  रबी फसल और खरीफ फसल में अन्तर |

रबी फसल

खरीफ फसल

(i) यह बसंत ऋतु की फसल है

(ii) इसको अक्टूबर-नवम्बर में बोया जाता है

(iii) यह फसल मार्च-अप्रैल तक तैयार हो जाती है।

(iv) इसका उदाहरण है- गेहूं, जौ, चना मटर, सरसों, मसूर, खेसारी अरहर इत्यादि

(i) यह बसंत ऋतु की फसल है  तथा  इसकी शुरुआत मानसून के साथ होता है

(ii) इसको जून-जुलाई में बोया जाता है

(ii) यह फसल सितम्बर-अक्टूबर तक तैयार हो जाती है।

(iv) इसका उदाहरण है- धान, मक्का बाजरे, सोयाबीन, कपास मंगफली इत्यादि

 

 

  1. पादप संकरणक्या है ?

उत्तर –  पादप-संकरण एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा उच्च प्रकार के बीजों के किस्मों का विकास किया गया।

 

  1. मिश्रित खेती क्या है?

उत्तर – एक ही खेत में समान समय में दो या तीन फसल लगाने को मिश्रित खेत कहते हैं। इससे एक ही समय में अधिक एवं विभिन्न प्रकार के फसलों की प्राप्ति होती है।

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  1. हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं?

उत्तर – भारत में 1950 से 1970 के दशक में एम. एस. स्वामी नाथन के द्वारा एक मुहिम चलाया गया जिसमें अधिक उपज देने वाले बीजों का (पादप-संकरण के द्वारा तैयार कर) प्रयोग किया गया जिसे हरित क्रांति कहते है।

 

  1. गहन खेती से आप क्या समझते हैं?

उत्तर – गहन खेती का तात्पर्य है, एक ही खेत में अधिक फसल लगाना । कृषि की विभिन्न प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए मशीनों के प्रयोग द्वारा कृषि का यंत्रीकरण हो गया है। इससे प्रति हेक्टेयर उपज में कृषि का विकास हुआ है।

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7, झूम खेती से आप क्या समझते हैं?

उत्तर – यह आदि काल में आदिवासियों के द्वारा किए जाने वाले कृषि का एक प्रकार है। जिसमें वह पृथ्वी को माँ मानने के कारण भूमि को जोते बिना वनस्पति को काट कर उस में आग लगाकर, उसके राख में बीजों को बोता था, जो बारिस के समय भूमि के संपर्क में आने से फसल होता था। इसी प्रक्रिया को झूम की खेती कहते है । यह पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है।

 

  1. फसल चक्र के बारे में लिखें।

उत्तर – बराबर एक ही प्रकार के फसल लगाने से खेत की उर्वरा शक्ति क्षीण होने लगती है। अतः इसके लिए दो खाद्यान्न फसलों के बीच एक दलहनी कुल के पौधों को लगाया जाता है। जिसे फसल चक्र कहते हैं। दलहनी कुल के पौधों की जड़ की गाँठ में नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु होते हैं, जो वातावरण के नाइट्रोजन को स्थिरीकृत कर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाते हैं।

 

  1. रोपण या बागानी खेती से आप क्या समझते हैं?

उत्तर – रोपण कृषि एक विशेष प्रकार की झाड़ी कृषि अथवा वृक्ष कृषि है। इसे 19 वीं शताब्दी में अंग्रेजों ने प्रारंभ किया था। यह एकल फसल कृषि है। इसमें रबर, चाय, कहवा. कोको, मसाले, नारियल और फलों की फसलें जैसे- सेब, अंगूर, संतरा, आदि उगाई जाती हैं। इस प्रकार की खेती में अधिक पूँजी की आवश्यकता होती है।

 

  1. वर्तमान समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में परिवर्तन के उपाय बतावें।

उत्तर – वर्तमान समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में परिवर्तन आया है। आधुनिक तकनीक एवं जागरूकता के ग्रामीण कृषक अपने कृषि कार्य में परिवर्तन कर रहे हैं। आधुनिक कृषि के कारण ग्रामीण कृषक अब इस प्रकार का फसल लगा रहे हैं जिससे अधिक आमदनी प्राप्त हो।

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IV, दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

 

  1. भारत एक कृषि प्रधान देश है, कैसे? bharat ek krishi pradhan desh hai kaise?

उत्तर – भारत एक कृषि प्रधान देश है भारतीय समाज एक कृषक समाज है, भारत के लगभग दो तिहाई संख्या कृषि पर निर्भर है। भारत के कुल भूमि का 51% भूमि पर कृषि किया जाता है, और भारत की राष्ट्रीय आय में 35% योगदान कृषि देता है भारत में कृषि जीवन की रीढ़ है कृषि पर अधिक जनसंख्या का बोझ, सिंचाई की कमि तथा तकनिकों के अभाव के कारण उत्पादन कम होता था लेकिन आजादी के बाद भारत सरकार के प्रयास से उत्पादन में वृद्धि हुई। अत: हम कह सकते हैं कि भारत एक प्रधान देश है।

 

  1. कृषि में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कृषि के लिए लाभदायक है, कैसे?

उत्तर – कृषि में वैज्ञानिक दृष्टिकोण कृषकों के लिए काफी लाभदायक होगा। पारंपरिक खेती से किसानों की उपज अच्छी नहीं होती थी। जहाँ एक ही बोज का बार-बार प्रयोग करने से बीज को गुणवत्ता क्षीण हो जाती थी, वहीं एक ही प्रकार के खाद्यान्न लगाने से मृदा की उर्वरा शक्ति भी क्षीण पड़ जाती थी। सिंचाई के लिए वर्षा निर्भरता से या तो अनावृष्टि के कारण फसल सूख जाता था या अतिवृष्टि के कारण फसल नष्ट हो जाते थे। लेकिन वैज्ञानिक पद्धति के आने से उत्पादन में अत्यधिक बढ़ोत्तरी हुई।

 

  1. बिहार की कृषि “मानसून के साथ जुआ” कहा जाता है, कैसे? bihar ki krishi mansoon ke sath juaa hai kaise ?

उत्तर – बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है। जिसकी 80% आबादी कृषि पर ही निर्भर है। कृषि हो राज्य के लोगों की जीविका का मुख्य आधार है। इस राज्य की लगभग 70% भूमि कृषि योग्य है। इनमें से 60% शुद्ध बोये गये क्षेत्र हैं। वास्तव में कृषि उनकी जीवन पद्धति बन गयी है। बिहार में कृषि की महत्ता के अनेक कारण हैं। इसका अधिकांश मैदानी भाग कृषि योग्य है कृषि पर जनसंख्या के निरंतर बढ़ते बोझ, अनुपस्थित भू-स्वामित्व. सिंचाई की कमी, छोटे और बिखरे खेत, अपर्याप्त रासायनिक खाद के प्रयोग, खेती के पुराने ढंग की कमी के कारण यहाँ वर्षा पर निर्भरता के उत्तम बीज पिछड़ी अवस्था में है। मानसूनी को कृषि को “मानसून के साथ जुआ” कहा गया है।

 

  1. कृषि सामाजिक परिवर्तन का माध्यम हो सकता है, कैसे?

उत्तर – कृषि सामाजिक परिर्वतन का माध्यम हो सकता है। सामाजिक परिवर्तन से कृषि की पैदावार अधिक होगी। कृषि के अधिशेष उत्पादन एवं उद्योग आधारित कच्चे माल का अत्यधिक उत्पादन से कृषिकों की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। अर्थव्यवस्था अच्छी होने से उनके रहन-सहन का स्तर बढ़ेगा, उच्च शिक्षा की तरफ लोग मुखातिब होंगे। आमदनी बढ़ने से यंत्रीकृत कृषि शुरू होगी। इस प्रकार समाज में परिवर्तन आएगा।

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  1. कृषि में वैज्ञानिक दृष्टिकोण क्या है? समझावें

उत्तर – कृषि में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उत्पादन में अत्यधिक बढ़ोत्तरी हुई। पादप-संस्करण के द्वारा कम वांछित गुण वाले पौधा काफी अधिक वांधित गुण वाले पौधों के साथ परगण करवा कर उन्नत किस्म का बीज प्राप्त किया गया। इस बीज से कम समय में अच्छी फसल प्राप्त होती है। उर्वरक का उत्पादन होने से खेतों की उर्वरा शक्ति पुनः प्राप्त हो जाती है। कीटनाशी, खरपतवारनाशी आदि का छिड़काव करके फसल को नष्ट होने से बचाया जा सकता है। सिंचाई के तरह-तरह के साधन होने से पौधों में नमी हमेशा बनी रहती है। आधुनिक यंत्रों के कारण समय पर कृषि कार्य संभव हो पाता है एवं समय की बचत होती है। फसल चक्र, बहुफसली कृषि, मिश्रित खेती आदि ।

 

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Chapter -1 भौगोलिक खोजें
Chapter -2 अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम
Chapter -3 फ्रांस की क्रांती

Chapter -4 विश्व युद्धों का इतिहास

Chapter -5 नाजीवाद

Chapter -6 वन्य समाज और उपनिवेशवाद

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